- 190 Posts
- 264 Comments
आज शनि जयंती है. भगवान सूर्यदेव के पुत्र शनिदेव को खुश करने के लिए शनीचरी अमावस्या पर तिल, जौ और तेल का दान करने पर मनवांछित फल मिलता है। भगवान शनि को काले तिल, काले उड़द तथा आठ बादाम अर्पित करें व शनि मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ का जप कर भगवान शनि की विशेष कृपा प्राप्त करें। जिन जातकों की राशि में शनि की साढ़ेसाती व अढ़ैया चल रही है, शनि जयंती का दिन उनके लिए कष्टों से मुक्ति के लिए विशेष है।
ओम जय जय शनि महाराज, स्वामी जय जय शनि महाराज।
कृपा करो हम दीन रंक पर, दुःख हरियो प्रभु आज ॥ओम॥
सब देवताओं में तुम्हारा, प्रथम मान है आज ओम ॥1॥
चकनाचूर किया बुद्धि को, हिला दिया सरताज ॥ओम॥2॥
कृपा होय जब तुम्हारी स्वामी, बचाई उनकी लॉज ॥ओम॥3॥
पात्र हुए जब सत परीक्षा में, देकर धन और राज ॥ओम॥4॥
होश में लाया सवा कलाक में, फेरत निगाह राज ॥ओम॥5॥
कलंक माथे का धोया उनका, खड़े रूप विराज ॥ओम॥6॥
माया बंधन से कर दो हमें, भव सागर ज्ञानी राज ॥ओम॥7॥
क्षमा शांति दो नारायण को, प्रणाम लो महाराज ॥ओम॥8॥
कृपा करो हम दीन रंक पर, दुःख हरियो प्रभु आज॥ओम॥
Read Comments